भागीदारी की हैसियत से हिस्सेदारी
डॉ लाल रत्नाकर
हमने पहले भी यह बात कही है कि अखिलेश यादव जी को उत्तर प्रदेश के स्तर पर महागठबंधन में जिम्मेदार भागीदार की हैसियत से हिस्सेदारी बढ़ चढ़कर करनी चाहिए क्योंकि अंत में जो फैसला होगा वह यह निश्चित करेगा कि जो जिस प्रदेश में बड़ी पार्टी है उसके सबसे अधिक प्रत्याशी लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे इसलिए अपने मजबूत प्रत्याशियों की तलाश करके उन पर अभी से काम करना आरंभ कर देना चाहिए क्योंकि चुनाव भाजपा के सामने समस्त विपक्ष को एक के सामने एक लड़ाना है और यही रास्ता है जिससे भाजपा को बुरी तरह से हराया जा सकता है । इस अभियान में ईमानदार होने की जरूरत है।
भाजपा ने अपने स्पाई हर पार्टियों में लगा रखे हैं जो भीतर की खबर को वहां तक पहुंचाते रहते हैं ऐसा निरंतर देखने में आ रहा है विपक्षी पार्टियों को ऐसे स्पाईयों से भी बचने की जरूरत है।
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