http://www.livehindustan.com/news/national/article1-budget-session-all-party-meeting-prime-minister-modi-says-iam-not-a-pm-of-bjp-i-am-pm-of-country-517218.html
मैं भाजपा का नहीं, देश का प्रधानमंत्री हूं: मोदी
नई दिल्ली, एजेंसियांFirst Published:16-02-2016 08:19:07 PMLast Updated:16-02-2016 08:28:02 PM
जेएनयू विवाद की गूंज शनिवार को बजट सत्र के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भी सुनाई दी। पीएम मोदी के सामने विपक्ष ने यह मुद्दा उठाया।
इस पर मोदी ने कहा कि वह भाजपा के नहीं, देश के प्रधानमंत्री हैं। इसलिए कोई भी कार्रवाई देश के नेता के तौर पर करूंगा, पार्टी नेता के रूप में नहीं। पीएम ने कहा कि विपक्ष की हर चिंता को दूर किया जाएगा।
संसद में चर्चा को तैयार : केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि अगर 23 फरवरी से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र में विपक्ष जेएनयू मुद्दे पर चर्चा चाहता है तो सरकार इसके लिए तैयार है। सर्वदलीय बैठक में कई दलों ने जेएनूय छात्रों पर देशद्रोह के केस में कार्रवाई पर चिंता जताई। दूसरी ओर केंद्र सरकार ने इस बात पर जोर दिया कि छात्रों द्वारा की गई नारेबाजी अत्यंत आपत्तिजनक थी।
विपक्ष ने क्या कहा
कांग्रेस : बैठक में राज्यसभा में विपक्ष के नता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि देश की अखंडता और संविधान के खिलाफ नारेबाजी लगाने वाले छात्रों का कांग्रेस कतई समर्थन नहीं करती। हालांकि आजाद ने देशद्रोह के आरोप में कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी का विरोध किया। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा के कई नेता कांग्रेस नेतृत्व को देशद्रोहियों का समर्थक बनाकर बदनाम कर रहे हैं, इस पर रोक लगाई जाए।
तृणमूल कांग्रेस : पार्टी ने सर्वदलीय बैठक में जीएसटी विधेयक को पारित कराने के विषय पर चर्चा की।
जदयू : पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि संसद में सुचारू रूप से कामकाज के साथ सभी विषयों पर चर्चा होनी चाहिए।
सरकार ने दिया जवाब : कांग्रेस की चिंता पर वेंकैया नायडू ने कहा कि बोलते वक्त सभी दलों को संयम बरतना चाहिए। हालांकि उन्होंने कांग्रेस को यह भी याद दिलाया कि विपक्ष की ओर से पीएम मोदी के संदर्भ में हिटलर जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है।
************************
इस पर मोदी ने कहा कि वह भाजपा के नहीं, देश के प्रधानमंत्री हैं। इसलिए कोई भी कार्रवाई देश के नेता के तौर पर करूंगा, पार्टी नेता के रूप में नहीं। पीएम ने कहा कि विपक्ष की हर चिंता को दूर किया जाएगा।
संसद में चर्चा को तैयार : केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि अगर 23 फरवरी से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र में विपक्ष जेएनयू मुद्दे पर चर्चा चाहता है तो सरकार इसके लिए तैयार है। सर्वदलीय बैठक में कई दलों ने जेएनूय छात्रों पर देशद्रोह के केस में कार्रवाई पर चिंता जताई। दूसरी ओर केंद्र सरकार ने इस बात पर जोर दिया कि छात्रों द्वारा की गई नारेबाजी अत्यंत आपत्तिजनक थी।
विपक्ष ने क्या कहा
कांग्रेस : बैठक में राज्यसभा में विपक्ष के नता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि देश की अखंडता और संविधान के खिलाफ नारेबाजी लगाने वाले छात्रों का कांग्रेस कतई समर्थन नहीं करती। हालांकि आजाद ने देशद्रोह के आरोप में कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी का विरोध किया। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा के कई नेता कांग्रेस नेतृत्व को देशद्रोहियों का समर्थक बनाकर बदनाम कर रहे हैं, इस पर रोक लगाई जाए।
तृणमूल कांग्रेस : पार्टी ने सर्वदलीय बैठक में जीएसटी विधेयक को पारित कराने के विषय पर चर्चा की।
जदयू : पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि संसद में सुचारू रूप से कामकाज के साथ सभी विषयों पर चर्चा होनी चाहिए।
सरकार ने दिया जवाब : कांग्रेस की चिंता पर वेंकैया नायडू ने कहा कि बोलते वक्त सभी दलों को संयम बरतना चाहिए। हालांकि उन्होंने कांग्रेस को यह भी याद दिलाया कि विपक्ष की ओर से पीएम मोदी के संदर्भ में हिटलर जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है।
************************
प्रधानमंत्री जी
आप देश के प्रधानमंत्री होने का अहसास किसको करा रहे हैं, आप संघियों के प्रधानमंत्री होकर रह गए हैं आपके नाक के नीचे ब्राह्मिणों का तांडव चल रहा है आप "देश" की बात करते हैं, मुट्ठीभर ब्राह्मिणों के लोगों ने आपको दबोच लिया है दिखाने को आप जोशी आडवाणी और सिन्हा को भले अलग किये हों पर आपके इर्द गिर्द नागपुर से लेकर पाटालपुर तक ब्रह्मिनो का जमावड़ा है ?
हैदराबाद,जेयनयु, AIIMS वाराणसी जहाँ देखिये केवल ब्राह्मिणों का आज राज चल रहा है, आज तो कांग्रेस और कम्युनिस्टों के ब्राह्मिणवाद को मात देकर आपने जो कुछ किया है यह राष्ट्रवाद किसका है केवल और केवल संघियों का राष्ट्र है, जितना बड़ा नाटक ये राष्ट्र के नामपर कर रहे हैं इससे देश को जितना गर्त में ले जाने की तैयारी है उसका खामियाज़ा जनता भोग रही है?
हाँ ! कांग्रेस ने ब्राह्मिनवाद का जितना विस्तार ६० वर्षों में किया होगा यह तो आप एक साल में ही कर दिए हैं ?
जनता ने आपको उसी ब्राह्मिनवाद को मिटाने के लिए वोट दिया है उस ब्राह्मिनवाद को बढ़ाने के लिए नहीं ?