बी एस पी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति Date : 24-11-2024
(1) सुश्री मायावती जी की प्रेसवार्ता यह आमचर्चा है कि पहले देश में बैलेट पेपर के जरिये चुनाव जीतने के लिए सत्ता का दुरुपयोग करके फर्जी वोट डाले जाते थे और अब ईवीएम के जरिये भी यही कार्य किया जा रहा है जो लोकतन्त्र के लिए बड़े दुःख व चिन्ता की बात।
(2) इस बार महाराष्ट्र में विधानसभा के हुये आमचुनाव में भी इसको लेकर काफी आवाजें उठाई जा रही हैं.यह अपने देश में यहाँ लोकतन्त्र के लिए बहुत बड़ी खतरे की घन्टी भी है।
(3) देश में लोकसभा व राज्यों में विधानसभा आमचुनाव के साथ-साथ ख़ासकर उपचुनावों में तो अब यह कार्य काफी खुलकर किया जा रहा है और इसीलिए जब तक देश में फर्जी वोटों को डालने से रोकने के लिए केन्द्रीय चुनाव आयोग कोई सख्त कदम नहीं उठाता है तब तक बी.एस.पी. देश में अब कोई भी उपचुनाव नहीं लड़ेगी।
(4) साथ ही, कांग्रेस, बीजेपी व इनकी समर्थक सभी जातिवादी पार्टियों ने खासकर सन् 2007 में बी.एस.पी. की यू.पी. में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बाद, बी.एस.पी. को केन्द्र की सत्ता में आकर डा. भीमराव अम्बेडकर व इनके अनुयायी मान्यवर श्री कांशीराम जी का अधूरा रहा सपना साकार करने से रोकने के लिए अन्दर अन्दर आपस में मिलकर व पर्दे के पीछे से विशेषकर दलित समाज में से बिकाऊ व स्वार्थी किस्म के लोगों के जरिये अनेकों पार्टियाँ बनवा दी है जिनको चलाने एवं चुनाव लड़ाने आदि पर पूरा धन इन्हीं ही पार्टियो का लगता है, तभी ये पार्टियाँ कई-कई दर्जन गाड़ियों को साथ में लेकर चलती हैं और अब तो ये हेलिकोप्टर/प्लेन से चुनावी दौरा भी करते हैं यह भी आमचर्चा है ताकि दलित समाज के वोटों की शक्ति को खण्डित करके बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के कारवाँ को क्षति पहुँचाया जा सके।
(5) और अब तो ये विरोधी जातिवादी पार्टियाँ अपना खुद का भी वोट ट्रांसफर करवाके इनके हर राज्य में एक/दो सांसद व विधायक भी जितवा कर भेज रही हैं, जिस घातक प्रवृति को एससी, एसटी, ओबीसी व अकलियतों को आपस में मिलकर रोकना जरूरी, यही समय की माँग और 'सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय' के लिए इसकी ख़ास ज़रूरत भी है।
(6) इसके अलावा, कल यू.पी. में उपचुनाव के आये अप्रत्याशित नतीजों के बाद से ख़ासकर सम्भल ज़िला सहित पूरे मुरादाबाद मण्डल में काफी तनाव की स्थिति व्याप्त। ऐसे में शासन व प्रशासन को सम्भल में मस्जिद व मन्दिर विवाद को लेकर सर्वे कराने का कार्य थोड़ा आगे बढ़ाना चाहिये था तो यह बेहतर होता, लेकिन ऐसा ना करके आज वहाँ सर्वे के दौरान् जो कुछ भी हिंसा व बवाल हुआ है तो उसके लिए यू.पी. का शासन व प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेवार है, यह अति-निन्दनीय है बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी की प्रेसवार्ता। लखनऊ, 24 नवम्बर 2024, रविवार बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी ने आज यहाँ मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि : मीडिया को मैं यह अवगत कराना चाहती हूँ कि यू.पी. में 9 वि.सभा की सीटों पर हुये उपचुनाव में इस बार जो वोट पड़े है और उसके बाद, जो कल नतीजे आये हैं तो उसको लेकर अब यह आमचर्चा है कि यह मैं नहीं कह रही हूँ बल्किी यह लोगों में आमचर्चा है। पहले देश में बैलेट पेपर के जरिये चुनाव जीतने के लिए, सत्ता का दुरूउपयोग करके फर्जी वोट डाले जाते थे। और अब तो E.V.M. के जरिये भी यह कार्य किया जा रहा है। जो लोकतन्त्र के लिए बड़े दुःख व चिन्ता की बात है। इतना ही नहीं बल्किी देश में लोकसभा व राज्यों में विधानसभा आमचुनाव के साथ-साथ खासकर उपचुनावों में तो अब यह कार्य काफी खुलकर किया जा रहा है। और यह सब हमें हाल ही में हुये यू.पी. के उपचुनाव में काफी कुछ देखने के लिए मिला है। और इस बार, महाराष्ट्र स्टेट में वि.सभा के हुये आमचुनाव में भी. इसको लेकर काफी आवाजें उठाई जा रही हैं। यह अपने देश में, यहाँ लोकतन्त्र के लिए बहुत बड़ी खतरे की घन्टी भी है।
ऐसी स्थिति में अब हमारी पार्टी ने यह फैसला लिया है कि जब तक देश में फर्जी वोटों को डालने से रोकने के लिए केन्द्रीय चुनाव आयोग द्वारा कोई सख्त कदम नहीं उठाये जाते है। तो तब तक हमारी पार्टी देश में खासकर अब कोई भी उपचुनाव नहीं लड़ेगी। यहाँ मैं केवल उपचुनाव की बात कर रही हूँ। जबकि आमचुनाव में अर्थात् जब जनरल इलेक्शन होते तो तब इस मामले में थोड़ा बचाव जरूर हो जाता है क्योंकि इनका अर्थात् सरकारी मशीनरी का सत्ता परिवर्तन के डर की वजय से अर्थात् जो पार्टी पावर में होती है जरूरी नहीं की वो पार्टी पावर में फिर से लौट के आ जाये दूसरी पार्टी भी आ सकती है तो फिर यह सोचकर सरकारी मशीनरी थोड़ा घबराती व डरती भी है साथ ही आमचुनाव में इनका जनता पर कोई ज्यादा दबाव एवं डर आदि नहीं होता है। जिसे खास ध्यान में रखकर ही हमारी पार्टी देश में लोकसभा व राज्यों में विधानसभा के आमचुनाव तथा स्थानीय निकायों आदि के भी चुनाव पूरी तैयारी भी व दमदारी के साथ ही लड़ेगी।
इसके साथ ही यहाँ मैं यह भी कहना चाहती हूँ कि यू.पी. में सन् 2007 में बी.एस.पी. की अकेले ही पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बाद से कांग्रेस, बीजेपी व इनकी समर्थक सभी जातिवादी पार्टियाँ यह सोचकर काफी घबराने लगी थी कि यदि BSP केन्द्र की सत्ता में आ गई तो फिर बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का व इनके अनुयायी मान्यवर श्री कांशीराम जी का अधूरा रहा सपना जरूर साकार हो जायेगा। जिसे रोकने के लिए, फिर ये जो जातिवादी पार्टियाँ है अर्थात् कांग्रेस व बीजेपी एण्ड कम्पनी के लोग है इन्होंने अन्दर अन्दर आपस में मिलकर व पर्दे के पीछे से खासकर दलित समाज में से बिकाऊ व स्वार्थी किस्म के लोगों के जरिये अब अनेकों पार्टियाँ बनवा दी है जिनको चलाने व चुनाव लड़ाने आदि पर पूरा धन इन्हीं ही पार्टियो का लगता है। तभी ये पार्टियाँ कई-कई दर्जन गाड़ियों को साथ में लेकर चलती है। और अब तों ये हेलिकोप्टर व प्लेन से भी चुनावी दौरा करते हैं। ऐसी लोगों में यह आमचर्चा है। जबकि हमारी पार्टी बी.एस.पी. इसके लिए पार्टी के लोगों से BSP सदस्यता आदि के जरिये अपना खर्चा खुद उठाती है।
यहाँ यह भी गम्भीरता से सोचने की बात है। और इतना ही नहीं बल्किी फिर ये विरोधी पार्टियाँ अपने राजनैतिक लाभ के लिए उनके हिसाब से उनसे उम्मीद्वार खड़े करवाके अब बी.एस.पी. को कमजोर करने में लगी है। इसके साथ ही अब तो इन बिकाऊ व स्वार्थियों को मजबूती देने के लिए अब ये विरोधी पार्टियाँ, अपना खुद का भी वोट Transfer करवाके इनके हर राज्य में एक/दो MP व MLA भी जितवा कर भेज रही हैं। इसलिए ऐसी सभी चिकाऊ व स्वार्थीयों की पार्टियों को अब अपने भोले-भाले दलितों, आदिवासियों अन्य पिछड़े वर्गों व अकलियतों को भी
अपना एक भी वोट देकर खराब नहीं करना है और यह सब हमें अभी हाल ही में हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखण्ड के हुये वि. राभा आमचुनाव के साथ-साथ, उ.प्र. में भी 9 वि. राभा की सीटों पर हुये उपचुनाव में काफी कुछ देखने के लिए मिला है।
ऐसे में अब इन सभी वर्गों के लोगों को इन्हें जाति, बिरादरी, रिश्तेनातों, यार-दोस्तों आदि के भी चक्कर में ना पड़कर अपना वोट ऐसी किसी भी पार्टी को नहीं देना है। बल्किी अपनी एकमात्र हितेषी पार्टी बी.एस.पी. को ही अपना वोट देना है, जिसकी नीतियों व कार्यशैली आदि को यू.पी. में इन्होंने अर्थात् वीकर सक्शन के लोगों के साथ-साथ अन्य समाज के लोगों ने भी, यानि की सर्वसमाज के लोगों ने BSP के नेतृत्व में चार बार बनी सरकार में काफी कुछ आजमाया है।
इसके साथ-साथ इन सभी वर्गों के लोगों को अब पुनः सत्ता में आने के लिए विरोधी पार्टियों की इन सभी साजिशों से हमेशा सावधान रहना है और आपस में भाईचारा पैदा करके, अपनी पार्टी बी.एस.पी. को ही हर मामले में जरूर मजबूत बनाना है तथा इनकी इन सभी साजिशों से हमेशा सावधान भी रहना है। वर्तमान में समय की यही मांग है। और सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय के लिए इसकी यह खास जरूरत भी है।
और अब मैं विरोधियों की इन सभी साजिशों के बीच अपनी पार्टी के लोगों ने अपने उम्मीद्वारों को महाराष्ट्र व झारखण्ड स्टेट में तथा खासकर उत्तर प्रदेश में भी 9 वि. सभा की सीटों पर हुये उपचुनाव में जिताने के लिए, जो पूरे जी-जान से कोशिश की है। तो उनका में पूरे तहेदिल से आभार प्रकट करते हुये अब अपनी बात यहीं समाप्त करूँ लेकिन इससे पहले मैं यू.पी. सरकार को यह भी कहना चाहूँगी कि कल यू पी. में उपचुनाव को लेकर आये अप्रत्याशित नतीजों के बाद से खासकर सम्भल जिला सहित पूरे मुरादाबाद मण्डल में काफी तनाव की स्थिति व्याप्त थी। ऐसे में शासन व प्रशासन को सम्भल में मस्जिद व मन्दिर विवाद को लेकर सर्वे कराने का यह कार्य थोड़ा आगे बढ़ाना चाहिये था। तो यह बेहतर होता, लेकिन ऐसा ना करके आज वहाँ सर्वे के दौरान् जो कुछ भी बवाल हुआ है अर्थात् हिंसाा हुई है तो उसके लिए यू.पी. का शासन व प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेवार है। जो यह अति-निन्दनीय है जबकि यह काम दोनों पक्षों को साथ में लेकर, शान्तिमय ढ़ग से किया जाना चाहिये था, जो नहीं किया जा रहा है। ऐसे में अब मैं खासकर सम्भल के सभी लोगों से वहाँ शान्ति-व्यवस्था बनाने की भी पुरजोर अपील करते हुये अपनी बात यहीं समाप्त करती है।
धन्यवाद,
जयभीम व जयभारत
जारीकर्ता : बी.एस.पी. केन्द्रीय कैम्प कार्यालय
9 माल एवेन्यू, लखनऊ-226001
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