शनिवार, 6 नवंबर 2010

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री और दीपावली

Uttar Pradesh CM Mayawati greets
Lucknow:  The Hon’ble Chief Minister of Uttar Pradesh, Ms. Mayawati ji has extended her heartiest greetings to the people of the State on the occasion of Deepawali, the festival of lights and wished for their happiness and prosperity.
In a greetings message, Hon’ble Chief Minister Ms. Mayawati ji said that Deepawali festival symbolised our ancient culture and glorious heritage of the country. This festival gives the message of moving from darkness to light, from ignorance to knowledge. It also strengthens mutual brotherhood, integrity and harmony, she added.
The Hon’ble Chief Minister appealed to the people to celebrate the festival with full fervour and gaiety in an atmosphere of peace and harmony. She also emphasised the need for mass awakening about environmental protection on the occasion of Deepawali.
समता की एक मिशाल-

लाल बत्ती के लिए दस करोड़ की बोली

Nov 02, 02:03 am
मेरठ। बसपा की बैठक में 'लाल बत्ती' के लिए दस करोड़ की बोली लगी है। जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए प्रत्याशी चयन को बसपा द्वारा बुलाई गयी बैठक में कुछ ऐसे ही मुद्दों पर चर्चा हुई। अध्यक्ष पद को यहां तीन दावेदार हैं। नेताओं के पूछने पर कि कितना खर्च करोगे, दावेदारों ने उसका भी हिसाब-किताब दे दिया। मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बागपत व बुलंदशहर में जरूर समर्थन जुटाने को नेताओं को पसीना आया पर गाजियाबाद में मेरठ जैसी तस्वीर नजर आयी। वहां जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चार दावेदार 12 करोड़ तक खर्च करने के लिए तैयार हैं।
सोमवार को फूलबाग कालोनी स्थित बसपा कार्यालय पर मेरठ व सहारनपुर मंडल में नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों का परिचय हुआ। लगे हाथ बसपा के वेस्ट यूपी प्रभारी व सांसद मुनकाद अली, मंडल प्रभारी गोरे लाल जाटव ऋषिपाल गौतम ने बंद कमरे में एक-एक जिले से दावेदारों को बुलाकर उनके साथ बैठक की। मेरठ की बारी आयी तो दावेदार संजय गुर्जर, संतरेश व जबर सिंह ने कहा कि वह इस चुनाव में कुछ भी खर्च करने को तैयार है। एक ने दस करोड़, दूसरे ने सात करोड़ व तीसरे ने पांच करोड़ का प्रस्ताव दिया। अन्य दावेदार रूप में रणपाल का नाम भी आया। गाजियाबाद में चार दावेदार सामने आये। इन दावेदारों ने 12 करोड़ तक खर्च करने का प्रस्ताव दिया। मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बागपत व बुलंदशहर में ऐसे जनपद रहे, जहां दावेदारों के नाम तो आये पर जीत को पर्याप्त प्रत्याशियों का समर्थन मिलेगा या नहीं, इसको लेकर दावेदार चिंतित नजर आये। मेरठ कुल 30 सदस्यों में से 16, सहारनपुर में 42 में से 22, मुजफ्फरनगर में 53 में से 27 सदस्यों के वोट जीत के लिए दावेदार को चाहिए पर इन जिलों में क्रमश: 11, 15, 15 सदस्य अपनी पार्टी के निर्वाचित होने का दावा बसपा दावेदार कर रहे हैं। अध्यक्ष पद को दावेदारों के नाम लेकर मुनकाद ने कहा कि वह पार्टी हाईकमान से उनके नामों के बारे में चर्चा करेंगे।
पंचायत चुनाव में बसपा का प्रदर्शन बेहतरीन नहीं
बसपा की बैठक में वेस्ट यूपी प्रभारी व सांसद मुनकाद अली ने कहा कि पंचायत चुनाव सिम्बल पर नहीं लड़े गये पर जिला पंचायत सदस्य पर जिन लोगों को उन्होंने समर्थन दिया। उनमें से अधिकांश चुनाव हार गये। इसका मतलब यह हुआ कि प्रत्याशी का चयन अच्छा नहीं था। उन्होंने कहा कि कई सीटों पर अपनी ही पार्टी के जनप्रतिनिधि से अपनी ही पार्टी के समर्पित प्रत्याशी का विरोध किया। परिणाम हुआ कि कुछ सीटों पर समर्थित प्रत्याशी चुनाव हार गये और दूसरे दल का उसका लाभ मिला। उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान भी इस मामले को लेकर गंभीर है। संकेत मिले है कि शीघ्र संगठनात्मक फेरबदल भी होगा।

ऑनर किलिंगः मारकर खेत में गाड़ दी तीन छात्राएं

Source: Danikbhaskar.com   |   Last Updated 12:57(06/11/10)

भटनी. उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में लापता हुई तीन छात्राओं के शव पड़ोस के एक गांव के खेत से बरामद हुए। तीनों छात्राएं घर से कॉलेज जाने के बाद से गायब हो गई थीं।

गुरुवार शाम को तीनों के शव एक खेत से बरामद किए गए। प्राप्त जानकारी के मुताबिक देवरिया के भटनी थानाक्षेत्र के सिंघई डीह गांव की तीन छात्राएं अनिता (17), नीता (22) और सरिता (18) 31 अक्टूबर को घर से शंकर इंटर कॉलेज में पढ़ने के लिए गी थीं। इसके बाद से ही छात्राएं नहीं लौटी थी।

गुरुवार शाम को छात्राओं के शव पड़ोस के ही लोगान गांव के निकट एक खेत से मिले। छात्राओं के शवों को गड्ढे में गाड़ा गया था। एक छात्रा का सिर गायब था।

पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। भास्कर से बात करते हुए थानाध्यक्ष भटनी ने बताया कि गुरुवार शाम को लड़कियों के शव बरामद किए गए। अभी तक मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अभी इसे हत्या का मामला मानकर ही जांच कर रही है। मृतक लड़कियों के परीजन इस मामले में अभी खामोश हैं।

पुलिस को नहीं मिली कोई तहरीर
31 अक्टूबर को घर से गायब हुई तीनों छात्राओं के बारे में कोई तहरीर पुलिस को नहीं मिली थी। एक ही गांव की तीनों लड़कियां अलग-अलग परिवार की हैं। लड़कियों के लापता होने के बाद से ही परिजनों ने कोई शिकायद पुलिस में दर्ज नहीं कराई थी।
पुलिस मान रही है ऑनर किलिंग
भास्कर से फोन पर बात करते हुए भटपररानी के डीएसपी ने बताया कि पुलिस को लड़कियों के शव मिलने की जानकारी खेत मालिक ने दी थी। लड़कियों के परिवार वाले अभी तक खामोश हैं और कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। पुलिस फिलहाल इसे ऑनर किलिंग का मामला मानकर जांच कर रही है। पुलिस पूछताछ में कुछ लोगों ने ऑनर किलिंग के संकेत भी दिए हैं।
अभी तक नहीं हुई कोई गिरफ्तारी
पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है लेकिन किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

लेखपाल हत्याकांड में बसपा विधायक को क्लीनचिट

Nov 09, 03:38 am
-घटना में संलिप्तता के प्रमाण नहीं : बृजलाल
अब तक नौ अभियुक्त गिरफ्तार
लखनऊ, जाब्यू : फैजाबाद के बहुचर्चित लेखपाल हत्याकांड में पुलिस ने बसपा विधायक चंद्रभद्र सिंह उर्फ सोनू सिंह को क्लीन चिट दे दी है। अपर पुलिस महानिदेशक बृज लाल ने यहां बताया कि घटना में विधायक की संलिप्तता के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं। उनकी नामजदगी गलत पाई गई है। इस मामले में विधायक के भाई यशभद्र सिंह उर्फ मोनू सिंह समेत अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना में समय रहते कार्रवाई न करने पर कूरेभार के थानाध्यक्ष व चौकी प्रभारी को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
गौरतलब है कि फैजाबाद में लेखपाल के पद पर कार्यरत रामकुमार यादव का 25 अक्टूबर को अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। स्व. यादव सुल्तानपुर के मझवारा ग्राम के निवासी थे। अपर पुलिस महानिदेशक बृजलाल ने बताया मामले में विधायक सोनू सिंह, उनके भाई मोनू सिंह, हैंडिल सिंह, दिक्कत सिंह, सुनील मिश्र और अन्य लोगों के खिलाफ फैजाबाद के थाना बीकापुर में प्राथमिकी दर्ज हुई थी। उनका शव सुलतानपुर के सेमरौना के जंगल में बरामद किया गया। पुलिस ने बाद में तीन नामजद समेत पांच को गिरफ्तार कर लिया था। एक अन्य नामजद अभियुक्त कौशलेंद्र सिंह उर्फ दिक्कत सिंह को गत एक नवंबर को पकड़ा गया जबकि एक दिन पहले 7 नवंबर को यशभद्र सिंह उर्फ सोनू को भी बंदी बना लिया गया। नामजद अभियुक्त राठी की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी है।
बृजलाल ने बताया कि लेखपाल रामकुमार यादव की हत्या चुनावी रंजिश के चलते की गई। उनकी पत्नी कमला यादव ग्राम मझवारा से प्रधान पद की प्रत्याशी थीं। उन्होंने 26 सितंबर को थाना कूरेभार में दिक्कत सिंह, हैंडिल सिंह, सुनील मिश्र व टिन्नू मिश्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में चारो आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई कर चार्जशीट दाखिल कर दी गई थी। इससे सभी आरोपी लेखपाल से रंजिश मानने लगे थे। उन्होंने यह भी बताया कि लेखपाल हत्याकांड में समय रहते कार्रवाई न किए जाने पर थानाध्यक्ष कूरेभार हरिहर नाथ मिश्र व चौकी प्रभारी धनपतगंज इंद्रजीत सिंह को 1 नवम्बर को एसपी सुल्तानपुर ने निलम्बित कर दिया था।

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